शासकीय विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़ द्वारा विश्व मधुमेह जागृति दिवस पर र्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
जिला – कोरिया
प्रतिनिधि – दीपेन्द्र शर्मा
मनेंद्रगढ़ शासकीय विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़ द्वारा विश्व मधुमेह जागृति दिवस पर “मधुमेह का कारण और जीवन शैली प्रबंधन” विषय पर गृह विज्ञानं एवं प्राणीशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय र्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक २७ जून, २०२१ के महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के संयोजन मागदर्शन तथा डाॅ. अरूणिमा दत्ता विभागाध्यक्ष प्राणीशास्त्र विभाग के सह-संयोजन में किया गया।
ऑनलाईन गूगल मीट वर्चुवल प्लेटफार्म पर आयोजित कार्यक्रम डॉ. नम्रता सिंह चिकित्सा सेवा प्रमुख एस इ सी एल मनेन्द्रगढ़ कोरिया जिला के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ ।
कार्यक्रम में डॉ. अर्चना गुप्ता प्राध्यापक न्यूट्रिशन साइंस शासकीय कन्या महाविद्यालय, रीवा मध्यप्रदेश एवं डॉ. वासु वर्मा प्राध्यापक फ़ूड एंड न्यूट्रिशन शासकीय डी बी स्वशासी महाविद्यालय रायपुर एवं भूतपूर्व डीन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर प्रथम तथा द्वितीय मुख्य वक्ता के रूप में सम्मिलित हुए ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. विश्नोई के स्वागत भाषण विश्व मधुमेह जागृति दिवस एवं “मधुमेह का कारण और जीवन शैली प्रबंधन” विषय पर विषय प्रवेश के साथ हुआ। संगोष्ठी के अंत में कार्यक्रम प्रतिवेदन डाॅ. अरूणिमा दत्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं अवनीश गुप्ता एवं अंकिता चटर्जी ने यूट्यूब लाइव एवं टेक्निकल कार्य को संभाला। इस र्राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न प्रकार के मधुमेह रोग का स्वरुप एवं उससे जुडी विभिन्न शारीरिक लक्षण जैसे उच्च रक्तचाप, मोटापा,थाइरॉइड, किडनी डिजीज इत्यादि के बारे में चर्चा की गयी।
विशेषज्ञों ने युवाओं में आधुनिक जीवनशैली के प्रति आकर्षण एवं अनियमित जीवन चर्या,असंतुलित खाद्य के प्रति लगाव,धूम्रपान, मद्यपान एवं जंक फ़ूड इत्यादि से होने वाले शारीरिक नुकसान के सम्बन्ध में चर्चा की एवं साधारण जनमानस को इनसे होने वाले इस आधुनिक सभ्यता के अभिशाप स्वरुप रोग “मधुमेह” के सम्बंद में सचेत किया।
विशिष्ट वक्ताओं ने सकारात्मक एवं सरल एवं सक्रिय जीवनशैली के अनुसरण पर ज़ोर दिया। प्रीडायबिटिक स्थिति की पहचान बताते हुए उन्होंने निदान के तरीके भी समझाए ।
कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर के उपरान्त सभी के प्रति कार्यक्रम संयोजक डाॅ. विश्नोई द्वारा आभार प्रकट करते हुए र्राष्ट्रीय संगोष्ठी समापन की घोषणा की।