शहडोल/गोहपारू 14/06/2020
शुभम सिंह बिसेन की कलम से…
कौन जानता था कि भ्रष्टाचार और रिश्वत में भी उधारी की जाएगी?
हालाकि बड़ी मैडम के नाम पर वसूली छोटी मैडम के जाने के बाद भी थमी नहीं है। हालांकि मैडम ने अपना मुनीम बदल ही लिया और मुनीम की खुशबू पहले से ही मोगरे की तरह मशहूर है…..
और मोगरे की खुशबू वाले मुनीम ने गणेश जी की कृपा से बोरवेल वाले ने चालीस की डील में पंद्रह नगद तो पच्चीस उधार रखा है। कहा सुना माफी बाकी रात बाकी और बात बाकी…...