जिला – कोरिया
स्थान – खड़गवां
रिपोर्टर – दीपेंद्र कुमार शर्मा
शासकीय मां महामाया महाविद्यालय , खड़गवां,
सल्न्ग – विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आइक्यूएसी और एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में एकल व्याख्यान आयोजित किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सोनी ने की !
डॉ अजय कुमार सोनी ने कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री इंद्रेश मैखुरी (समाजिक व पर्यावरण कार्यकर्ता उत्तराखंड) का स्वागत करते हुए भारत तथा विश्व के तमाम पर्यावरणीय आंदोलनों का जिक्र किया , उन्होंने इमारती देवी, गौरा देवी, सुंदर लाल बहुगुणा , ग्रेटा थेनवर्ग तथा जादव पायेंग को विशेष रूप से याद करते हुए उनके कार्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि पर्यावरण और विकास को हमेशा विरोधी मानते हुए एक दूसरे के विरुद्ध खड़ा किया जाता है । जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है ।
हमें अतियों के दोनों छोर से बच कर बीच का रास्ता तलाशना होगा जहां पर्यावरण और विकास सहअस्तित्व कायम कर सकें
हमें पर्यावरण के विनाश पर विकास नहीं चाहिए और न ही विकास विहीन समाज चाहिए
हमें दोनों चाहिए लेकिन हमारे नीति निर्माता आज तक इस बात को समझ ही नहीं पाए कि पर्यावरण और विकास विरोधी नहीं हैं वे एक की कीमत पर दूसरे को पाना चाहते हैं यही समस्या की जड़ है ।
विकास की यह अवधारणा आक्रमणकारी है वह प्रकृति पर आक्रमण कर सोने का अंडा देने वाली मुर्गी का पेट फाड़कर सारा अंडा एक साथ ले लेना चाहती है ।
आज महामारी के इस दौर में जब लोग एक एक सांस के लिए तरस रहे हैं , तो हमें पर्यावरण का महत्व समझना चाहिए और उसके साथ सहअस्तित्व कायम करने पर जोर देना चाहिए इंद्रेश जी ने पर्यावरण के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभावों पर भी समग्रता से अपनी बात रखी ।
कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी प्रभारी डॉ.दीपक सिंह (सहायक प्राध्यापक हिंदी) द्वारा किया गया ,
कार्यक्रम में NSS के जिला संगठक प्रोफेसर एम सी हिमाधर , कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रंजना नीलिमा कच्छप, शासकीय राज मोहिनी कन्या महाविद्यालय अम्बिकापुर की प्रोफेसर डॉ. हाजरा बानो सिद्दीकी ,श्री सुशील मिश्रा ,सहायक शिक्षक (पटना ) श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव (सहायक शिक्षक ) चिरमिरी ,श्री सुखीत लाल ,सरपंच पति खड़गवां तथा महाविद्यालय के एनएसएस प्रभारी श्री शत्रुघन सोनवानी व समस्त स्टाफ सहित लगभग 95 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही । धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. योगेश तिवारी द्वारा किया गया ।
पूरा कार्यक्रम गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन सम्प्पन हुआ ।