डिंडौरी मध्यप्रदेश

जिम्मेदारों की मिलीभगत से भृष्टाचार की भेंट चढ़ी लाखो रू की चैकडेम

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– उपयंत्री मुकेश पटेल एवं एसडीओ चहेते सप्लायरों की आड़ में कर रहै ठेकेदारी
– चंद महीनों में क्षतिग्रस्त हो रही मनरेगा के तहत निर्मित चैकडेम
– तकनीकी अमले की लापरवाही के चलते भृष्टाचार की भेंट चढ़ रही चैकडेम

 

डिंडौरी। एक तरफ शासन प्रषासन जल संरक्षण हेतु संरचना निर्माण कार्यो में पानी की तरह पैसा बहा रही है वही दूसरी और निर्माण कार्यो के नाम पर अनुपयोगी और गुणवत्ताहीन निर्माण करा जिम्मेदार सरकारी धन की बंदरबॉट करने में जुटे हुए है,कुछ ऐसा ही ताजा मामला जनपद पंचायत मेंहदवानी अंतर्गत ग्राम पंचायत भुरका का सामने आया है, प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व सरपंच सुम्मत सिंह एवं सचिव अमर सिंह के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर बड़े पैमाने में भृष्टाचार करते हुए षासकीय राषि का बंदरबाट करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदारो एवं उपयंत्री मुकेष पटेल के द्वारा सभी तरह के निर्माण कार्यो को अपने चहेते ठेकेदार के माध्यम से कराया जाता है जिसके कारण ठेकेदार के द्वारा मापदंड को दरकिनार कर पूरी तरह से घटिया निर्माण कराया गया है। ग्राम पंचायत भुरका में महात्मा गॉधी राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में बंदरा नाला बगली में लगभग 12 लाख रू की लागत से चैकडेम निर्माण कराया गया है। जिस चैकडेम कार्य का पूर्ण 10 जनवरी 2022 को हुआ है।

ग्रामीणों ने बताया कि चैकडेम के निर्माण कार्य के दौरान जिम्मेदारां ने बोल्डर पत्थर डाला गया है,एवं निम्न स्तर के सामाग्री का मिश्रण कर बनाया गया है। उक्त चैकडेम में एक तरफ साईडवाल निर्माण नही कराया गया है,इसके साथ ही बगैर नीवं ख्ुदाई कराए ही उपर से ही ढ़लाई किया गया है जिससे पानी आते ही ढ़लाई बह रही है। उक्त चैकडेम के कई स्थानों में दरारें पड़ने लगी है एवं पानी लीकेज हो रही है। बताया गया कि साईडवाल निर्माण नही कराए जाने के कारण खेत के मेढ़ से होकर पानी जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिम्मेदारो के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराकर स्वयं को फायदा पंहुचाया जा रहा है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि 1 वर्ष होने से पहले लाखो रू की लागत से नवनिर्मित चैकडेम भृष्टाचार का भेंट चढ़ रहा है। अब सवाल यह है कि उक्त चैकडेम निर्माण कार्य के दौरान उपयंत्री और एसडीओ निरीक्षण करने के बजाय क्या सो रहै थे…?

पंचायत कर्मी एवं तकनीकी अमला की मिलीभगत
ग्राम पंचायत भुरका में सरपंच ,सचिव एवं ठेकेदार के द्वारा बैखौफ होकर निर्माण कार्यों में भृष्टाचार किया जा रहा है और उच्चाधिकारी मौन है। लंबे समय से भृष्टाचार कर रहै जिम्मेदारों के विरूध्द उच्चाधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नही किये जाने के कारण हौसेले बुलंद है। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव एवं उपयंत्री के विरूध्द कार्यवाही किया जाना बहुत ही आवष्यक है। इसी तरह ग्राम भुरका के बैगान टोला के जिल्ही नाला में चैकडेम निर्माण कराया गया है,जंहा पर जिम्मेदारों के द्वारा मनमानी पूर्वक स्थान चयन कर निर्माण किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच एवं सचिव के द्वारा मोटी रकम कमाने के फेर में अनुपयोगी स्थानों में निर्माण कराया गया है।बताया गया कि उक्त चैकडेम में नीवं मजबूत नही बनाया गया था जिससे क्षतिग्रस्त हो गया है,ग्रामीणों के विरोध किए जाने से दोबारा ढलाई किया गया है,उसके बावजूद भी नींव मजबूत नही है।

क्या घटिया निर्माण कार्यां की जॉच करेंगे अधिकारी..?
निर्माण ऐजेंसी के द्वारा सभी प्रकार के निर्माण कार्यो को मनमानी पूर्वक एवं गुणवत्ताविहीन कराया गया है। बताया जा रहा है कि मेंहदवानी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत भुरका में भृष्टाचार के मामले में काफी पुराना नाता है। जिन पर संबंधित अधिकारियों के द्वारा जॉच और न ही कार्यवाही की जाती है।

इनका कहना है,,
चैकडेम क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है उसकी जॉच सहायक यंत्री के द्वारा कराई जा रही है। इसी तरह जिल्ही नाला में खेत की मेढ़ से सटाकर चैकडेम निर्माण कराया गया है,उसकी जानकारी नही है,इन सभी चैकडेमों की जॉच एक सप्ताह के अंदर करा दिया जाएगा। जो भी जॉच में सामने आएगा, उसी के आधार पर संबंधितों के विरूध्द कार्यवाही की जायेगी।
चेतना पाटिल,सीईओ मेहंदवानी

 

 

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