डिंडौरी न्यूज़ | विगत दिनों जनपद पंचायत डिंडौरी में जनप्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों में टकराव की स्थिति बनी थी, जिसको लेकर कर्मचारियों ने एक दिवसीय हड़ताल कर जनपद सदस्य संतोष सिंह चंदेल के विरूद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, वही जनपद सदस्यों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए लेखा पाल को हटाने एवं कार्रवाई की मांग किया था।
जनप्रतिनिधियों के नाराजगी के चलते जनपद पंचायत सीईओ निखिलेश कटारे के द्वारा प्रभारी लेखापाल गिरीश तिवारी के जगह अब दिलीप श्रीवात्री को अतिरिक्त प्रभारी लेखपाल दायित्व सौंपने का आदेश किए जारी किया गया है।
गौरतलब यह है कि विगत दिनों जनपद पंचायत डिंडौरी जनप्रतिनिधियों और पंचायत अधिकारी/कर्मचारियों के बीच विवाद का मामला सामने आया था जहां जनप्रतिनिधियों का कहना था कि 5 वे और 15 वे वित्त की राशि स्थाई समिति की बैठक को लेकर चर्चा के दौरान प्रभारी लेखपाल गिरीश तिवारी आक्रोशित होकर जनपद सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार किया गया, तो वहीं जनपद पंचायत अधिकारियों/ कर्मचारियों के द्वारा जनप्रतिनिधि पर ऑफिस में आकर कर्मचारियों से अभद्रता और गली गलौज का आरोप लगा लामबंद होकर कलेक्टर से शिकायत की। बरहाल जनपद पंचायत डिंडौरी सीईओ निखिलेश कटारे ने प्रभारी लेखपाल गिरीश तिवारी जगह अब दिलीप श्रीवासी को अतिरिक्त प्रभारी लेखपाल का दायित्व सौंपा गया है।
पीसीओ दिलीप श्रीवात्री को प्रभार
जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा जारी आदेश में उल्लेख कि कार्यालयीन आदेश क्र./ज.प./ स्था./ 2024/1827 डिण्डौरी, दिनांक 11/03/2024 एवं आदेश क्र/ज.पं./स्था /2024/582 डिंडौरी, दिनांक 16/07/2024 में आशिक संशोधन करते हुये गिरीश तिवारी सहायक येड-02 (प्रभारी लेखापाल) जनपद पंचायत पंचायत डिंडौरी को सौंपे गये कार्यां के स्थान पर प्रशासकीय व्यवस्था के तहत दिलीप श्रीवात्री पंचायत समन्वय अधिकारी जनपद पंचायत डिंडौरी को प्रभारी लेखापाल जनपद पंचायत डिण्डौरी का अतिरिक्त प्रभार आगामी आदेश पर्यत तक केलिये सौंपा गया है। श्रीवात्री के द्वारा जनपद पंचायत लेखा शाखा, स्थापना, ऑडिट, ई-ग्राम स्वराज पोर्टेला पंचायत दर्पण पोर्टल, सामान्य सभा/सामान्य प्रशासन समिति की बैठक सप्ताहिक बैठक व्यवस्था, 15 वां वित्त आयोग, 5वां वित्त आयोग एवं सिंगल खाता/उपखाता में प्राप्ति/ भुगतान की संपूर्ण कार्यवाही की जावेगी । साथ ही समय-समय पर सौंपे गये दायथित्वों का निर्वहन करना होगा। श्रीवात्री के द्वारा उपरोक्त कार्य के साथ-साथ सेक्टर से संबंधित संपूर्ण कार्य पूर्ववत् किये जावेगे।