डिंडौरी। डिंडौरी जनपद पंचायत अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021 -22 से 2023- 24 तक में 15 वें वित्त के अंतर्गत स्वीकृत कार्यो में बड़ा खेल किये जाने के आरोप लग रहे हैं, तमाम नियम प्रक्रिया को दरकिनार कर चहेते ठेकेदार/ फर्मो को उपकृत करने के लिए मनमानी की गई हैं। जनपद पंचायत डिंडौरी में उपरोक्त वर्षो में किस तरह से राशि का बंटवारा किया गया है ,इसकी बानगी जनपद सदस्यों के सहमति पत्रों के अवलोकन कर देखा जा सकता है, अनेको निर्माण कार्यो में जनपद सदस्यों के सहमति पत्रों में तारीख तक दर्ज नही है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है की किस कदर से 15 वें वित्त आयोग की राशि बँटवारे में खेल किया गया है। जब कुछ जनपद सदस्यों से हमने बात की तो उनका कहना था कि लेटर पहेड जनपद कार्यालय में रखते थे, जिसमे हमारा हस्ताक्षर नही है,जिन कार्यो के लिए राशि जारी की गई है उससे हम सहमत नहीं थे, जरूर किसी ने हमारे लेटर हेड का दुरुपयोग कर हस्ताक्षर किया है, जो जांच का विषय है।

2021- 22 में 15 वें वित्त आयोग के तहत स्वीकृत कार्यों की अंतिम किश्त की राशि जारी कर दी गई, लेकिन पूर्णता और उपयोगिता प्रमाण पत्रों में तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी के हस्ताक्षर रिक्त होने से तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं..? क्या 15 वें वित्त आयोग से कराये गए कार्यो की पूर्णतः से तत्कालीन सीईओ संतुष्ट नहीं थे या शाखा प्रभारी द्वारा मनमानी कर राशि जारी की गई हैं ये जांच का विषय है, वही जनपद में पदस्थ शाखा प्रभारी के द्वारा नियम प्रावधानों को दरकिनार करते हुए राशि जारी की गई है, जिसको लेकर भी जनपद सदस्यों में असंतोष व्याप्त है।