डिंडौरी। जिला मुख्यालय के समीप संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय यहाँ पदस्थ कर्मचारियों के कार्यशैली के चलाते लंबे समय से विवादों से घिरा है,केंद्र एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण आवासीय विद्यालय परिसर महज चंद जिम्मेदारों ने बदहाल कर रखा है ।विद्यालय में पदस्थ रहें प्राचार्य मनोज गोले के कार्यप्रणाली को लेकर छात्राओं ने आक्रोश जाहिर किया था, छात्राओं ने पूर्व प्राचार्य पर निजता भंग करने जैसे गम्भीर आरोप भी लगाए थे,इसके साथ खरीदी व अन्य नियुक्तियों में मनमानी करने व गड़बड़ी के आरोप लगे थे। मामलें की जाँच उपायुक्त जनजाति कार्य विभाग ,सीईओ जिला पंचायत द्वारा की गई थी जिसमें पूर्व प्राचार्य को दोषी मानते हुए उनके विरूद्ध निलंबन कि कार्रवाई की गई हैं, इसके बावजूद विद्यालय में व्यवस्था बहाल नही हो पा रही हैं।
– अनियिमिता करने वाले जिम्मेदारों के विरूद्ध नही हुई कार्रवाई
छात्रावास में अधीक्षक पदस्थ रहने के बावजूद पूर्व प्राचार्य एवं लेखा शाखा प्रभारी द्वारा अतिथि अधीक्षक की भर्ती कर शासन को क्षति पहुंचाते हुए लाखों रुपए की वित्तीय अनियिमिता की गई हैं, मामलें में शाखा प्रभारी पंकज गुप्ता भी जिम्मेदार हैं, चूंकि नियुक्ति व वेतन भुगतान संबंधी प्रक्रिया का संपादन लेखा अधिकारी पंकज गुप्ता द्वारा किया है, वित्तीय अनियमितता मामले में इनकी भी जवाबदेही तय होना चाहिए था, सूत्रों की माने तो विद्यालय में चल रहे अनियिमिताओ में जिन लोगों की भूमिका है उन्हें उच्च अधिकारी बचाने में लगें हुए हैं। 11 वी के छात्र छात्राओं ने परीक्षा प्रभारी मंजू सिंह एवं संदीप गोरखेड़े के विरूद्ध उत्तर पुस्तिका में छेड़छाड़ कर अनुत्तीर्ण करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत किया था,मामले की अभी तक जांच हुई या नही कुछ भी साफ नही है, एक तरफ छात्रों को अनुत्तीर्ण करना एवं दूसरी तरफ नियम विरूद्ध दोबारा परीक्षा आयोजित करने बाद भी कार्रवाई न होना अनेको सवाल खड़ा कर रहा है। उक्त दोनों शिक्षकों को विद्यालय में अनेको जिम्मेदारियों का प्रभार है, जिसमे लगातार अनियिमिता बरती जा रही हैं, जिम्मेदार अधिकारी केंद्र सरकार की आदिवासी विद्यार्थियों के लिए संचालित आदर्श एकलव्य आवासीय विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्था के साख में बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं।
– नवागत प्राचार्य राजेश सिंह तोमर को नही सौंपा प्रभार
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय डिंडौरी में फिलहाल व्यवस्था बदहाल है, निलंबन के बाद से ही पूर्व प्राचार्य मनोज गोले मनमानी करते हुए नव नियुक्त प्राचार्य को प्रभार नही सौंप रहे हैं। जबकि एनईएसटीएस नई दिल्ली द्वारा दिनांक 06.06.2024 द्वारा राजेश सिंह तोमर को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय डिंडौरी में प्राचार्य के पद पर पदस्थापना की गई है , राजेश सिंह तोमर ने दिनांक 19.06.2024 को विद्यालय में उपस्थिति दी गई है, इसके बावजूद उन्हें सम्पूर्ण प्रभार नही सौंपा गया है, जिसको लेकर उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए मार्गदर्शन चाहा है, पत्र में लेख है कि विद्यालय के प्रबंधन में कुछ ऐसी स्थितियां निर्मित हुई है। जिसके कारण मेरे पदभार ग्रहण करने के दो दिवस उपरांत ही म.प्र. शासन जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क्रमांक 853/2079446/2024/1/25 भोपाल दिनांक 21.06.2024 पूर्व प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया था।
23 जून को मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा केन्द्र एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय निर्धारित था। तत्काल कलेक्टर के आदेश के अनुसार क्रमांक/एस.सी./2024/232 डिंडौरी , दिनांक 22.06.2024 के द्वारा
लोक सेवा आयोग की परीक्षा से संबंधित प्रबंधन के कार्य को करने का दायित्व सौंपा गया था। जिसे मैने शासन के नियमानुसार दायित्वों का निर्वहन किया। किन्तु उपस्थित हुए एक माह से अधिक समय हो गया है, किन्तु आज दिनांक तक पूर्व प्राचार्य के द्वारा प्रभार संबंधी कार्यवाहियां नहीं की गई हैं, जिससे मेरे सामने विद्यालय/छात्रावास प्रबंधन के संबंध में समस्या उत्पन्न हो रही है। चूंकि 1 जुलाई 2024 से विद्यालय एवं छात्रावास प्रारंभ हो चुके है। नवागत प्राचार्य तोमर ने विद्यालय का समस्त प्रभार दिलाये जाने का उल्लेख करते हुए मार्गदर्शन चाहा है।