बहरहाल नाली निर्माण से असंतुष्ट कस्बावासियों निर्माण कार्य को लेकर तथा तकनीकी अमले के मौके पर नहीं आन और निर्माण कार्य का निरीक्षण नहीं होने से काफी आक्रोश है,इन्होंने जिम्मेदारों का ध्यानाकर्षण करते हुए मजबूत निर्माण कार्य को कराने की बात कही है हालांकि कस्बा के कुछ लोग इस मामले की मौखिक जानकारी देने तहसील कार्यालय पहुंच इस समस्या से नायब तहसीलदार को अवगत कराया है । नायब तहसीलदार ने शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर को अवगत कराया था वहां से दिशानिर्देश हुआ था कि हल्का पटवारी मौके पर पंचनामा बनाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
फिर से हो नाली निर्माण –
नाली निर्माण से असंतुष्ट स्थानीय नागरिकों ने शासन प्रशासन से मांग किया है कि वर्तमान में जहां नाली निर्माण किया गया है इसमें बहुत कमियां हैं ऐसे घटिया निर्माण को बढ़ावा देने में जिन लोगों को हाथ हैं उनके खिलाफ विधिवत जांच करवाई जाए तत्पश्चात जितने लोगों की संलिप्तता पाई जाती हैं उन सभी पर मिसाल पेश करते हुए ठोस कार्रवाई किया जाएं ताकि दुबारा कोई निर्माण कार्य में लापरवाही न करें क्योंकि शासन प्रशासन विकास कार्य के नाम पर इतनी बड़ी राशि बार बार नहीं स्वीकृत करता और जब काम हो रहा है तो नियमानुसार हो इन्होंने ने बताया कि वो तो हाइवे चौड़ीकरण के साथ नाली निर्माण हो रहा है वरना स्थानीय लोग वर्षों से नाली निर्माण की मांग कर रहे थे जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया था इसलिए जब निर्माण कार्य हो ही रहा है तो मजबूत और गुणवत्तापूर्ण सामग्री के साथ हो इसलिए तत्काल इस घटिया निर्माण को ध्वस्त कर शासन के दिशा निर्देश पर तकनीकी अमले की उपस्थिति में पुनः मजबूत निर्माण कार्य कराया जाएं ।
मोबाइल टार्च की रौशनी में ढलाई
कस्बा के जल्दबाजी में बनने रही नाली निर्माण में ठेकेदार अकुशल मजदूरों से मनमानी ढंग से देर रात तक काम करवाते हुए बेखौफ मोबाइल टार्च की रौशनी में ढलाई करवा रहा है ऐसे अंधेरे में बन रहे नाली कितना मजबूत बन पाएगा सोचनीय है बहरहाल न तो इनकी मनमानी पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति दर्ज कराया और न ही कोई रोकने टोकने वाला है परिणामस्वरूप जैसा चाहो वैसा बनाओ मेरी मर्जी के तर्ज पर नाली का निर्माण चल रहा हैं।
नहीं पहुंचा तकनीकी अमला
गौरतलब हैं कि हर सरकारी निर्माण कार्य की जांच पड़ताल के लिए सरकारी अमला होता है जिसके जिम्मे काम की गुणवत्ता को परख कर सही से कार्य कराना होता है लेकिन यहां काम शुरू हुए लगभग डेढ़ माह हो रहें हैं लेकिन आजतक कोई सरकारी अधिकारी कर्मचारी आकर इस निर्माण कार्य को नहीं देखा यघपि तकनीकी अमले की अनदेखी संदेह को बढ़ावा दे रहा है बहरहाल अब आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन इस घटिया निर्माण की जांच तत्काल करवाता है या फिर ठेकेदार को अभयदान मिलेगा ।