डिंडौरी न्यूज। मेकलसुता महाविद्यालय एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास डिण्डौरी द्वारा जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जनजातीय नायकों के जीवन व संघर्ष पर विचार-विमर्श किया गया और उनके योगदान को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि डॉ. लीला भलावी ने अपने उद्बोधन में बताया कि रानी दुर्गावती, कुंवर रघुनाथ शाह, बिरसा मुण्डा, तिलका मांझी सहित कई जनजातीय महापुरुषों ने स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में अपना अनमोल योगदान दिया है। विशिष्ट अतिथि श्रीमान रविकांत जी एवं मुख्य वक्ता श्रीमान महेश धूमकेती जी ने भी जनजातीय संस्कृति की महत्ता पर जोर दिया।
अध्यक्षता में डॉ. बिहारी लाल द्विवेदी ने मंच पर दीप प्रज्जवलन किया और सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य, जनजातीय पहनावे एवं प्रदर्शनी ने दर्शकों का आकर्षण बढ़ाया। नोडल अधिकारी डॉ. स्वर्ण तिवारी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बताया कि यह आयोजन नवयुवकों को जनजातीय विरासत की जानकारी और महत्व से अवगत कराता है।
अंत में, विशिष्ट अतिथि ने गीत के माध्यम से राष्ट्रीय एकता एवं जागरूकता का संदेश दिया, और अध्यक्ष ने छात्रों से आग्रह किया कि वे जनजातीय नायकों के साहित्य एवं संस्कृति का अध्ययन करके उसे अपने जीवन में उतारें। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिससे पूरे माहौल में राष्ट्रीय भावना का संचार हुआ।