डिंडौरी। जनपद पंचायत करंजिया के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरबसपुर में विकास कार्यों में भारी अनियमितताओं का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने जनसुनवाई में पहुंचकर सरपंच श्रीमती सुकवरिया बाई और उनके पति लाल सिंह उईके पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है और सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है।
– भ्रष्टाचार के आरोप और अनियमितताएं
पुलिया निर्माण – ग्राम में रमेश के घर के सामने 4.25 लाख रुपये की लागत से पुलिया निर्माण स्वीकृत हुआ था, लेकिन 3.77 लाख रुपये खर्च होने के बावजूद पुलिया अधूरी छोड़ दी गई। घटिया सामग्री के कारण पुलिया पहले ही फट गई। मूल्यांकन किए बिना राशि आहरित कर ली गई।
सीसी रोड निर्माण – चौराहा से चरण के घर तक 6.67 लाख रुपये स्वीकृत थे, लेकिन 6.89 लाख रुपये खर्च कर दिए गए। इसके बावजूद कार्य अधूरा पड़ा हुआ है।
पंचायत भवन निर्माण – 15 लाख रुपये की स्वीकृत राशि में से केवल 5 लाख रुपये खर्च हुए, लेकिन कार्य अब तक प्लिंथ स्तर तक ही सीमित है। ग्रामीणों ने मांग की है कि निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए।
नीलगिरी पेड़ों की नीलामी – पंचायत क्षेत्र में नीलगिरी पेड़ों की नीलामी से प्राप्त 2.62 लाख रुपये का उपयोग निजी स्वार्थ में किया गया। अभी तक यह राशि पंचायत के खाते में जमा नहीं कराई गई है।
फर्जी फर्म के जरिए घोटाला – सरपंच ने अपने बेटे के नाम पर “पीयूष ट्रेडर्स” नामक फर्म बनाकर इसका संचालन सरपंच पति लाल सिंह उईके को सौंप दिया। पंचायत कार्यों की अधिकांश भुगतान राशि इसी फर्म के जरिए निकाली गई, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।
– ग्रामीणों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
जनसुनवाई में पहुंचे ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
सरपंच और उनके पति पर लगे इन गंभीर आरोपों के बाद प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब देखना होगा कि जांच में क्या खुलासे होते हैं और दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।