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Dindori Corruption News : सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला पर सरकारी राशि हड़पने का आरोप, डीएम ने दिए जांच के आदेश

– जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार ने शिकायत कर लगाए करोड़ों रुपए हेराफेरी करने के गंभीर आरोप  – कलेक्टर नेहा मारव्या ने ...

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Chetram Rajpoot

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– जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार ने शिकायत कर लगाए करोड़ों रुपए हेराफेरी करने के गंभीर आरोप 
– कलेक्टर नेहा मारव्या ने गठित की जांच समिति, एक सप्ताह में विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की आदेश दिए 
– छात्रावास – स्कूल मरम्मत, सामग्री खरीदी, स्मार्ट क्लास, खेल सामग्री और निर्माण कार्यों के नाम संतोष शुक्ला ने सरकारी धन की खेली होली …? 
डिंडौरी न्यूज। डिंडौरी जिले में भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुके जनजाति कल्याण विभाग में पदस्थ सहायक आयुक्त डॉक्टर संतोष शुक्ला के कार्यप्रणाली को लेकर लंबे समय से सवाल उठाए जा रहे हैं।
लोकायुक्त छापे के बाद भूमिगत होने वाले शुक्ला एक बार फिर सफेदपोश नेताओं के गोद में बैठकर धांधली और फर्जीवाड़े कर करोड़ों रुपए का बंदरबांट कर रहे हैं, वहीं आदिवासी हितों की बात करने वाले क्षेत्र के दिग्गज नेता मूक दर्शक बन तमाशा देख रहे हैं।
 जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार द्वारा  सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला के विरुद्ध करोड़ों रुपए हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू, कमिश्नर से लेकर प्रदेश स्तर तक शिकायत की गई  है ।
कलेक्टर नेहा मारव्या ने  11 मार्च 2025 को जांच आदेश जारी करते हुए सुनील शुक्ला अपर कलेक्टर, दीपक आर्मो कार्यपालन यंत्री आरईएस, दुर्गेश नंदन हजारिया जिला कोषालय अधिकारी को करोड़ों रुपए हेराफेरी करने संबंधी शिकायत की जांच का जिम्मा सौंपा है। कलेक्टर ने तीन सदस्यी जांच टीम को एक सप्ताह के भीतर सूक्ष्म परीक्षण कर विस्तृत जाँच प्रतिवेदन समक्ष प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।  अब देखना है कि जांच टीम को शुक्ला दस्तावेज उपलब्ध कराते भी है या यह मामला भी महज कागजी कार्रवाई में सिमट जाएगी।।
आरोप है कि सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला द्वारा पदस्थापना दिनांक 21/01/2021 तक लगातार आवंटित राशि का उपयोग उन्होने मनमाने तरीके से अपने रिश्तेदार एवं निर्माण कार्यों के नाम पर  भ्रष्टाचार किया जा रहा है। डिंडौरी जिले में ट्रायबल डिपार्टमेंट के 54 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की राशि में स्वीकृत हुई है। जिसमें लघु उद्योग नियम में ब्रांड की कीमत 1.77 लाख जीएसटी लगभग 2 लाख के आसपास है। ऑनलाईन प्राईज गूगल में भी कीमत 2 लाख रु ही है।
आलोक शुक्ला pro Solve Marketing And Constriction Bopal M.P. एक ही पार्टी को जैम में गलत तारीके से डायरेक्ट ऑर्डर दिया है,जो कि संदेहस्पद है। राशि रु 2 लाख की नॉन ब्रॉण्ड चाईना प्राडेक्ट जिसका सर्विस सेंटर नहीं है, 4.96 लाख की दर से बिल भुगतान किया गया है। छात्रावासों में 5 लाख की राशि आवंटित कर नाम मात्र कार्य कराकर संपूर्ण राशि का दबाव पूर्ण गबन किया गया है।
एकलव्य विद्यालय में बिना निविदा प्रकाशन के नियुक्तियों इनके द्वारा की जा रही है जिसमें लोगों से नगद राशि लेकर नियुक्ति की जा रही है। बिना निविदा प्रकाशन के नियुक्ति करना नियम के विरूद्ध है। सहायक आयुक्त कार्यालय में पदस्थ दैनिक वेतन भोगी जो कि सहा.ग्रेड 02 को अपनी भर्ती दर्शाता है,जो कि एक कम्प्यूटर ऑपरेटर हैं , जो सहायक आयुक्त के काले भ्रष्टाचार को अंजाम देने का कार्य करता है।
दिनांक 15/07/2022 से 29/08/2022 का स्मार्ट क्लास का कार्य अपने रिश्तेदार की फर्म Pro Solve Marketing And Constriction Bopal M.P. आलोक शुक्ला के नाम पर 02 लाख के अनब्राण्डेड सामान का 05 लाख की खरीदी कर 3.5 करोड का गबन किया गया है। जिसमें अपने ग्रेड 02 बताए जा रहे भ्रष्टाचार में लिप्त  कम्प्यूटर ऑपरेटर से  आईडी बनाकर जेम पर ऑर्डर कराया। रत्नेश नामदेव  सहायक आयुक्त कार्यालय में पदस्थ नहीं है, उसके जीमेल आईडी ratneshk.namdeo@mp.gov.in की है और तो payment authority detail constriction में पेमेन्ट Assistant grade -03 धुर्वे बाबू जिनकी gmail id randeets. Dhurwey@mp.gov.in है। और तो payment authority detail में सहा ग्रेड 03 धुर्वे बाबू जिनकी ranjeets.dhurwey@mp.gov.in है। यहाँ स्मार्ट क्लास में सप्लाई नॉन ब्रान्ड मटेरियमल जिनका ओई एम. सटिफिकेट भी नहीं हैं  10 से 15 आरटीआई लगे है जिसका कोई भी जवाब इनके द्वारा नहीं दिया गया है।
 सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला जो कि नेताओ एवं मंत्रियों के नाम की दवाब बनाकर सरकारी राशि गबन का कार्य कर रहें है। लोकायुक्त की मण्डला में छापेमारी में यह कुछ समय के लिए गायब थे। अपने ही रिश्तेदार की आईडी और कन्ट्रक्शन के नाम पर फर्म चला रहे है और अदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डिंडौरी में सरकारी राशि का गबन करते हुए शानदार व्यापार चाल रहे है
मार्च – अप्रैल 2022 में भी एक मामला स्पोर्टस का भी था अंकित जैन नामक व्यपारी को करोडो का सप्लाई ऑर्डर देकर घटिया सामान स्कूलो में भेजा गया है। जिन प्राचार्यों ने लेने से मना किया तो उन पर दबाव बनाते हुए सामग्री प्राप्त करने की पावती ली गई है। जिले के स्कूल एवं हॉस्टलों में सन 2022- 23 में जो मरम्मत कार्य हुये है, उन स्कूलों में शिक्षा समिति अध्यक्ष द्वारा लगभग दो महिनो अधिकांश स्कूलो का दौरा किया गया, निरक्षण करने के पश्चात बहुत से स्कूलों में छत से पानी टपक रहा है,दिवालों में दरार है प्लास्टर उखड़े हुये हैं।
RNVLive

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