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Mandla News : कथित नक्सल – पुलिस मुड़भेड़ में बैगा आदिवासी की मौत, एनकाउंटर को लेकर देश भर से उठे सुलगते सवाल..?

– पुलिस एनकाउंटर में हीरन बैगा की हत्या के बाद सोशल मीडिया में उठा देशव्यापी विरोध के स्वर  – कठित पुलिस नक्सली ...

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Chetram Rajpoot

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पुलिस एनकाउंटर में हीरन बैगा की हत्या के बाद सोशल मीडिया में उठा देशव्यापी विरोध के स्वर 

कठित पुलिस नक्सली मुड़भेड़ को आदिवासियों के खिलाफ बताया जा रहा राज्य  राज्य प्रायोजित हिंसा 

घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग हुई तेज

Mandla News, मण्डला, कान्हा। एक तरफ पूरा देश होली पर्व पर उत्साह के साथ जश्न मना रहा था वहीं दूसरी तरफ मंडला जिले के ग्राम खटिया लहसर टोला के हिरन बैगा  के घर का माहौल गमगीन है,  हिरन के पांच छोटे छोटे मासूम बच्चों सहित उसकी पत्नी की आंखे आसुओं में डूबी हुई हैं, चारों तरफ चीख पुकार मची है, घर के चारों तरफ ग्रामीणों सहित जनप्रतिधियों और मीडिया कर्मियों की भीड़ लगी हुई है। दरअसल हिरन बैगा को  कथित नक्सली समर्थक बताते हुए मुड़भेड़ में पुलिस ने एनकाउंटर में मार डाला। मृतक के परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने उसे बेवजह मार दिया। वहीं, पुलिस का कहना है कि हिरन परते नक्सली गतिविधियों से जुड़ा था। विगत दिनों जब मंडला पुलिस ने मृतक हिरन बैगा का शव उनके घर पहुंचा कर चले गए, मृतक के घर पहुंच कर कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले ने शोक व्यक्त करते हुए पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे। मृतक के पत्नी का कहना था कि हिरन बैगा कुल्हाड़ी और पानी की बोतल रखकर जंगल गया था, जिसे पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया।

सोशल मीडिया में उठा देशव्यापी सुलगते सवाल…?

मंडला जिले में हिरन बैगा की पुलिस एनकाउंटर में मौत होने के बाद सोशल मीडिया में देशव्यापी सुलगते सवाल उठाए गए हैं। फेसबुक, एक्स प्लेटफार्म पर अनेकों लोगों ने लिखा है कि आदिवासियों के नाम राजनीति करने वाले जनप्रतिनिधियो की भूमिका को लेकर सवाल उठाए हैं। इस मुड़ भेड़ को अधिकांश लोग प्रायोजित फर्जी कहानी मान कर आलोचना कर रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता हंसराज मीना ने X पर लिखा है कि

मध्यप्रदेश के मंडला में हुई कथित नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आदिवासी युवक हीरन सिंह के परिजन का दावा है कि वह निर्दोष थे। अगर यह फर्जी मुठभेड़ है, तो यह आदिवासियों के खिलाफ राज्य प्रायोजित हिंसा का गंभीर मामला है। हम इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते है।

आदिवासियों के हक अधिकारों के लिए संघर्षरत जय आदिवासी युवा संगठन JYS के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रपाल मरकाम ने नक्सल के नाम पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग उठाई है।

ग्रामीणों में आक्रोश, क्षेत्र में तनाव

इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि पहले पुलिस ने हिरन परते को नक्सली बताया, फिर बाद में नक्सली समर्थक करार दिया। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस एनकाउंटर की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए।

कलेक्टर ने मजिस्ट्रेट जाँच के दिए आदेश

घटना की गंभीरता को देखते हुए मण्डला कलेक्टर ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, परिजनों और विभिन्न संगठनों की मांग है कि इस मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

परिवार को न्याय और मुआवजे की माँग

मृतक हिरन परते के परिवार में उनकी बूढ़ी माँ, पिता और पाँच छोटे-छोटे बच्चे हैं। ऐसे में ग्रामीणों और स्थानीय संगठनों ने सरकार से परिवार को आर्थिक सहायता, मुआवजा और रोजगार देने की माँग की है।

निष्पक्ष जांच की माँग, बैगा समाज ने दी वृहद आंदोलन की चेतावनी 

शुक्रवार को बैगा समाज के मुखिया एवं प्रदेश संरक्षक नंदराम बैगा मंडला जिले के ग्राम खटिया लहसर टोला के हीरन बैगा पुलिस जवान एवं नक्सली मुठभेड़ में मारे जाने की ख़बर सुनकर परिजन से मिलने पहुंचे एवं तथ्यों को जानने का प्रयास कियाl इस दौरान थाने में जाकर एसडीओपी l मनीष राज एवं टीआई से मुलाकात कर तथ्यों को जानने का प्रयास किया गया एवं निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने का निवेदन किया गयाl इस मुद्दे की निष्पक्ष जांच नहीं कराई जाती तो नंदराम बैगा के द्वारा कहा गया कि वृहद जन आंदोलन किया जाएगाl इस दौरान प्रदेश सचिव दिनेश भारतीया, सोनसाय बैगा कमल भारतीया, सुम्मत बैगा, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग आदि उपस्थित रहे ।

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