– जिम्मेदारों की लापरवाही का शिकार हुआ युवक..?
अखलाक कुरैशी,गोरखपुर न्यूज। डिंडौरी जिले के करंजिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत जगतपुर के करमंगशडल नाला के करीब पंचायत रोड सर्वेक्षण के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। दरअसल चौकी टोला जगतपुर से रिखीराम के घर तक सड़क निर्माण के लिए ग्रेवल रोड निर्माण के लिए सर्वे किया जा रहा था, जिसमें सर्वे कर्ताओं से सिल्वर पाइप का उपयोग कर नाप-जोख कराया जा रहा था । तभी अचानक मोहन लाल बघेल के खेत के सामने एक युवक बिजली की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया।

– यह है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा आज दोपहर करीब 12:30 बजे हुआ। प्रार्थी लामू सिंह उरेती पिता रामचरण सिंह उरेती, उम्र 28 वर्ष, निवासी जगतपुर चौकी मोहल्ला, अपने रिश्तेदार गोरेलाल उड़के पिता रामप्रसाद उड़के और कमलेश मार्को के साथ पंचायत रोड का सर्वे कर रहे थे। सिल्वर पाइप की मदद से रोड की चौड़ाई नापने का काम चल रहा था। जब वे करमण्डल नाला पुलिया से 100 मीटर पहले पहुंचे, तो गोरेलाल उड़के सिल्वर पाइप को लगभग 15 फीट ऊंचाई तक उठाकर नाप कर रहे थे। इसी दौरान पाइप अचानक ऊपर से गुजर रही मैन बिजली लाइन से टकरा गया, जिससे करंट लगने के कारण गोरेलाल बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा
– मौके पर मची अफरा-तफरी
हादसे के तुरंत बाद लामू सिंह उरेती और कमलेश मार्को ने बेहोश पड़े गोरेलाल उइके को देखा और तुरंत मदद के लिए चिल्लाने लगे। आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग मौके पर पहुंचे और घायल को तत्काल प्राथमिक उपचार देने का प्रयास किया । घटना की सूचना सरपंच रमेश सिंह पेदो को दी गई, जिन्होंने तुरंत थाना करजिया को सूचित किया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही थाना करंजिया की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। घायल गोरेलाल को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
इस घटना के संबंध में सरपंच रमेश सिंह पन्द्रों भी थाना करंजिया पहुंचे और लामू सिंह उरेती की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
– लापरवाही के चलते हुआ हादसा
इस हादसे ने पंचायत और बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया है। पंचायत द्वारा किए जा रहे रोड सर्वे के दौरान आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया गया था। इसके अलावा, बिजली विभाग द्वारा हाईटेंशन लाइन के पास कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा चिह्न नहीं लगाया गया था, जिससे यह दुर्घटना हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत कार्यों के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी करना आम बात हो गई है। यदि पहले से ही बिजली विभाग और पंचायत विभाग सतर्क होते, तो इस दुर्घटना को टाला जा सकता था।
– ग्रामीणों की मांग
इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका कहना है कि पंचायत द्वारा रोड सर्वेक्षण जैसे कार्यों के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। साथ ही, बिजली विभाग को भी संवेदनशील इलाकों में हाईटेंशन लाइनों की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाएं न हों।