डिंडौरी न्यूज। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी जिले भर में मकर संक्रांति का पर्व आज हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा, मकर संक्रांति पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है। मकर संक्रांति पर्व के दिन पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हुए श्रद्धालु गण सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा करेंगे,इस दिन विशेष रूप से स्नान, दान और पूजा का महत्व है।
– स्नान और दान का शुभ मुहूर्त
2025 में स्नान का ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:27 बजे से 6:21 बजे तक माना गया है यह समय पूजा-पाठ और ध्यान के लिए उत्तम है।
– दान का पुण्य काल: सुबह 9:03 बजे से शाम 5:46 बजे तक, इस अवधि में दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
– महापुण्य काल: सुबह 9:03 बजे से 10:48 बजे तक। यह समय दान और पुण्य कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

डिंडौरी में मकर संक्रांति की तैयारियाँ जोरों पर हैं। स्थानीय मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, खिचड़ी दान और पतंगबाजी की गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी। स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संगठनों ने इस पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इस अवसर पर तिल, गुड़, खिचड़ी, कंबल और गर्म कपड़े दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। दान के लिए महापुण्य काल का समय विशेष रूप से उपयुक्त है। मकर संक्रांति का पर्व समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक है। प्रचलित मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की पूजा, तिल-गुड़ का सेवन और खिचड़ी दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
– जगह जगह लगेंगे मड़ई मेला
मकर संक्रांति पर्व पर पतित पावनी नर्मदा जी के विभिन्न घाटों सहित खरमेर, बुढ़नेर नदी, सहित धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुगण शुभ मुहूर्त में डुबकी लगाते हुए सूर्य देव को तिल और जल से अर्घ्य देंगें, तमाम प्रमुख धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों में परंपरानुसार मड़ई मेला आयोजित किए जाएंगे।