डिंडौरी न्यूज़। करंजिया तहसील अंतर्गत ग्राम बुंदेला में जबलपुर अमरकंटक हाइवे रोड निर्माण एजेंसी के क्रेशर संचालन से ग्रामीणजन नाराज हैं ग्रामीणों का कहना है कि एग्रीमेंट के रकवा से ज्यादा जमीन पर खनन किया जा रहा है,परिवहन के लिए उपयोग किए जा रहे भूमि के भूमि स्वामी से ना कोई सहमति ली गई है और ना ही कोई अनापत्ति ली गई है, जिससे भूमि की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ रहा है, ज्ञापन में मुख्य रूप से मांग कि गई कि क्रेशर प्लांट से होने वाले प्रदूषण से आसपास के ग्रामीणजन,बच्चे बूढ़े प्रभावित हो रहे हैं,प्लांट संचालकों द्वारा प्रदूषण से बचाव के गाइडलाइंस का सही पालन नहीं किया जा रहा है,परिणामस्वरूप आसपास के लोगों को गंभीर स्वास्थ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।प्लांट संचालकों द्वारा अवैध खनन भी किया जा रहा है,ज़मीन मालिकों को उचित मुआवजा भी नहीं दिया गया है,जबकि खनन से किसानों की भूमि पूरी तरीके से बंजर हो जा रही है खनन के बाद खनन की गई भूमि पर मिट्टी का भराव भी नहीं कराया जा रहा है,

अवैध खनन से शासन को भी राजस्व का घाटा हो रहा है।किसानों के उपजाऊ और खेती योग्य जमीन से भारी वाहनों से परिवहन कर व्यायसायिक उपयोग किया जा रहा है जिसकी लिए ना ही सहमति और अनापत्ति नहीं ली गई है जिससे किसानों की जमीन को दुष्प्रभाव पड़ रहा है और ज़मीन की गुणवत्ता गिर रही है इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा यह सुनिश्चित नहीं है,उत्खनन के दौरान होने वाले ब्लास्ट से आसपास के रहने वाले कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है,जिनको न ही मुआवजा दिया गया न ही उनके सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाया जा रहा है। प्लांट के लिए विद्युत आपूर्ति के लिए जो विद्युत लाइन लगाया गया हैं, वो पकरी गांव के विद्युत आपूर्ति लाइन के ऊपर से लिया गया है, दोनों के दूरी में कम अंतराल होने से गांव वालों को कई बार विद्युत समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे कई बार शॉर्ट सर्किट हो जाने से गांव में विद्युत आपूर्ति बंद हो जाती है,
भूमि स्वामी बाबूलाल खसरा न 377 ग्राम पंचायत काटीगहन में प्रशासन द्वारा 30000 घन मीटर खनन की अनुमति दी है जिसे तोड़ते हुए रकवा से बाहर खनन किया जा रहा है,ज्ञापन में जिक्र किया गया है कि यदि समस्या का निराकरण नहीं होता है तो जन आंदोलन भी किया जा सकता है।ज्ञापन में भुवनेश्वरी पट्टा सरपंच काटीगहन ,सुषमा परस्ते बुंदेला सरपंच,जयस ब्लॉक अध्यक्ष अभिलाष श्याम,जयस मीडिया प्रभारी अर्चना सिंह मार्को, सुषमा धुर्वे,जयस जिला उपाध्यक्ष दीपक मसराम,अशोक पट्टा,अनिल परस्ते, रोशन पन्दराम,राममिलन मरकाम, अशोक कुशराम, उपस्थित रहे।
इनका कहना है ,,,,सरकार ने पांचवीं अनुसूची के नाम पर आदिवासियों के मद से लाखों करोड़ों प्रचार में खर्च कर दिया परंतु आज दिनांक तक अधिकार नहीं मिले अवैध खनन से अनुसूचित क्षेत्र डिंडोरी के जैव-विविधता, संस्कृति और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है नियम विरुद्ध ग्रामीणों के ज़मीन का व्यावसायिक प्रयोग किया जा रहा है यदि ये नहीं रूका तो जन आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा।अभिलाष श्यामजयस ब्लाक अध्यक्ष करंजियाहमेशा से ही बड़े उद्योग हों या खनन या अन्य परियोजना ठेकेदार का फायदा और शोषण आम जनता का होता है, प्रशासन से मांग है कि इस अनियमितता पर रोक लगाएंअर्चना मार्कोजयस मीडिया प्रभारी डिंडोरी