Dindori News, डिंडौरी न्यूज़,04 दिसम्बर, 2024 | कलेक्टर हर्ष सिंह ने शहपुरा जनपद पंचायत के तहत ग्राम करौंदी में कृषि कार्यों में उपयोग किए जा रहे नवाचारों का निरीक्षण किया। उन्होंने नरवाई प्रबंधन के लिए उपयोग किए जा रहे हैप्पीसीडर एवं उर्वरक छिड़काव के लिए उपयुक्त ड्रोन तकनीक का प्रायोगिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कृषि में नवाचार का उपयोग कर रहे कृषकों से चर्चा की। उपसंचालक कृषि सुश्री अभिलाषा चौरसिया ने हैप्पीसीडर तकनीक के उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हैप्पीसीडर रोटर और जीरो ड्रिल मशीन को मिलाकर तैयार मशीन है जिसके उपयोग नरवाई का प्रबंधन आसानी से होता है। हैप्पीसीडर के उपयोग से कृषक अपने और श्रम की बचत कर सकते हैं। इसके उपयोग से फसल अवशेष खेतों में मिल जाते हैं तथा साथ में ही बोवनी हो जाती है। हैप्पीसीडर के माध्यम से प्रति एकड़ खेती में चार से पांच हजार तक की बचत होती है। साथ ही नमी प्रबंधन, कार्बनिक पदार्थों में वृद्धि भी होती है।
कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने हैप्पीसीडर का उपयोग कर रहे कृषकों से चर्चा की। जिसमें करौंदी मुडकी के श्री भीमशंकर साहू ने बताया कि पहले फसल कटाई के बाद खेत तैयार करने में 15 से 20 दिन लगते थे, हैप्पीसीडर की मदद से खेत जल्दी तैयार हो जाता है। कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने इस दौरान हैप्पीसीडर की प्रक्रिया का जायजा लिया।
ड्रोन की मदद से कीटनाशक, उर्वरक छिड़काव हुआ आसान
कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने ग्राम करौंदी में ड्रोन से उर्वरक छिडकाव का निरीक्षण किया। करौंदी ग्राम के ड्रोन पायलेट आशीष ने बताया कि उन्होंने आयोटेक ग्वालियर से ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। ड्रोन के माध्यम से खेती के लिए उपयुक्त उर्वरकों का छिड़काव आसानी से किया जाता है। ड्रोन में मैपिंग कर इसका रूट निर्धारित कर ऑटोमेटिक कार्य भी किया जा सकता है। ड्रोन से समय की बचत होती है साथ ही श्रम लागत भी कम है। कलेक्टर श्री सिंह ने ड्रोन तकनीक के संबंध में आवश्यक जानकारी ली और इसके उपयोग के बारे में कृषकों को जागरूक करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री अनिल कुमार राठौर, उपसंचालक कृषि सुश्री अभिलाषा चौरसिया, सहायक संचालक कृषि सुश्री नेहा धूरिया, तहसीलदार शहपुरा श्री पुष्पेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।