डिंडौरी न्यूज़। समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सुंदरपुर में भ्रष्टाचार कई मामले पहले उजागर हो चुके हैं, बात चाहे कागजों में सड़क बनाने की हो या अनाधिकृत फर्म को करोड़ो रूपये भुगतान कर लाखों रुपये विक्रय कर चोरी किये जाने सहित जिस फर्जी सप्लायर को करोड़ो रूपये का भुगतान किया गया है, अब उसी फर्म एम एस मटेरियल सप्लायर के खाते में नियम विरुद्ध तरीके से वार्ड पंचों की मानदेय राशि का भुगतान किया गया है।

त्रि स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को वैसे भी नाम मात्र का मानदेय भुगतान किए जाने का प्रावधान है, लेकिन सुंदरपुर ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव वार्ड पंचों के मानदेय पर गिद्ध दृष्टि जमाये हुए हैं। वहीं जब इस मामले में ग्राम पंचायत सचिव नारायण बघेल से बात की गई तो उनका कहना है कि वार्ड पंचों का मानदेय राशि सप्लायर को भुगतान कर सकते हैं।
ठंडे बस्ते में फर्जीवाड़े और गबन की जांच..?
ग्राम पंचायत सुंदरपुर के सरपंच, सचिव के द्वारा रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में अपात्रों को हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ देकर सरकार को लाखों रुपए का पलीता लगाया गया है, वही दूसरी तरफ मस्टर रोल में अपने सगे संबंधी जो पेंशनधारी है समेत करोड़ पति सेठ के नाम विगत वर्षों में सैकड़ो कार्यदिवस का फर्जी हाजरी भरने के मामले की जांच में हीलाहवाली बरती जा रही हैं, जिससे भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबे पंचायती कारिंदे रोज करप्शन की नई इबारत लिख रहे हैं।