डिंडौरी। जिला मुख्यालय में संचालित जिला स्तरीय पशु चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टरों की लंबे समय से मनमानी चल रही हैं, जिसके चलते पशु पालकों को आये दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,स्थानीय पशु पालकों की माने तो यहाँ कभी भी समय पर डॉक्टर मौजूद नही रहते हैं, जब मन आया तब आते है जब मन किया ड्यूटी छोड़कर मनमानी करते हैं। काफी मशक्कत के बाद पशुओं का इलाज होता हैं।
इस तरह की मनमानी और लापरवाह रवैये की जानकारी मिलने पर जब सोमवार को पत्रकार दिन में 12 बजे पहुँचे,उस दौरान कोई भी डॉक्टर चिकित्सालय में मौजूद नही थे। डॉक्टरों के कमरों पर ताला लटकता मिला,अस्पताल में एक कर्मचारी बेंच में खर्राटे लेते हुए मिला जिससे डॉक्टरो के बारे में जानकारी लेने पर बताया कि अभी तक कोई नही पहुंचा है। सूत्रों की माने तो पशु चिकित्सा विभाग में मनमानी चरम पर है, लंबे समय से पदस्थ चिकित्सक राजनीतिक संरक्षण के चलते कर्तव्यों की धज्जियां उड़ाते हुए मौज कर रहे हैं। जब इस संबंध में उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग से बात की गई तो उनका कहना था कि में फील्ड में था डॉक्टरो के अनुपस्थिति होने की जानकारी नहीं है।