डिंडौरी न्यूज़। एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय वृद्वि करने के लिए हर सम्भव कोशिश कर रही हैं वही दूसरी और डिंडौरी जिले के जल संसाधन विभाग में पदस्थ अधिकारी शासन की मंशा पर पलीता लगाते हुए किसानों के सुविधा और विकास के नाम पर पूरी ताकत से सरकारी खजाने में सेंध लगा कर अपना विकास करने में लगे हुए हैं, तमाम नियम कानून और निर्देशो को ताक में रखकर बैखोफ सिर्फ कागजी विकास कर सरकारी खजाने को चपत लगा रहे हैं।

जिले के समनापुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कोकोमटा में 2015 खुड़िया डायवर्सन का निर्माण लगभग 7 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से कराया गया था, जिससे कोकोमटा, खुड़िया, मुकुटपुर, एवं देवरी गाँव के 525 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित करने का लक्ष्य तय किया गया था जो कि विभागीय आंकड़ो में पूरा भी किया जा रहा है, जबकि हकीकत विभागीय आंकड़ो से पूरी तरह उलट है,निर्माण के बाद आज तक लक्षित कोई भी गांव के नहरों तक पानी नही पहुंचा हैं।
कागजों में मरम्मत कर निकाली राशि,फर्मों को किया लाखों का भुगतान…
जल संसाधन विभाग में पदस्थ रहे तत्कालीन एसडीओ एस के बिठले, एसडीओ नारायण देशमुख ने लूट और भ्रष्टाचार की हद पार करते हुए मरम्मत के नाम पर महज खानापूर्ति करते हुए विभिन्न सामग्री के नाम पर 35 लाख रु से अधिक चहेते सप्लायरों/फर्मो को मनमानी पूर्वक फर्जी भुगतान किया गया है,ग्राम पंचायत कोकोमटा और प्रेमपुर में मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत कराये गए मरम्मत कार्यो में लगातार बगैर कार्य कराए फर्जी बिलो से राशि निकालने का सिलसिला जारी है। 22 फरवरी को सीएम हेल्पलाइन में फर्जी तरीके से राशि आहरित करने की शिकायत दर्ज कराया गया था लेकिन 6 माह बाद भी मामले की जांच नही की जा रही हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी शासन में भृष्ट अधिकारियों को लूट की खुली छूट मिली हुई जिससे ये बैखोफ होकर सरकारी खजाने में डाका डाल कर उपर तक चारा पानी पहुंचा रहे हैं।

– अधीक्षण यंत्री के आदेश के बावजूद दस्तावेजों की छायाप्रति देने में आनाकानी..?
रोजगार गारंटी योजना के तहत खुड़िया डायवर्सन अंतर्गत नहर मरम्मत कार्य से संबंधित जानकारी हेतु विभाग में दिनाँक 20/02/24 को RTI दायर कर छायाप्रति चाही गई लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने जानकारी देने से इंकार कर दिया, प्रथम अपील की सुनवाई करते हुए 21/08/2024 को अधीक्षण यंत्री जल संसाधन विभाग ने तीन सप्ताह के भीतर जानकारी प्रदान करने का आदेश पारित कर जानकारी तलब किया था लेकिन महीनों गुजरने के बाद भी आज तक जानकारी नही दी जा रही हैं, जिससे साफ होता है कि एसडीओ नारायण देशमुख लूट और भ्रष्टाचार की कहानी पर पर्देदारी करते हुए जानकारी देने से कतरा रहे हैं ।

– इन सप्लायरों को किया लाखो रुपये का फर्जी भुगतान
बगैर कार्य कराए अधिकारियों के चहेते इन फर्मो को लाखों रुपए का फर्जी भुगतान किया गया है, सागर कंस्ट्रक्शन रोशनी नायक, रविन्द्र कुमार राव, खनूजा ट्रेडर्स, खनूजा फैशन पैलेस, मिष्टी एसोसिएट, बीएस ठाकुर, कुलदीप सिंह नानक सिंह खनूजा, दुबे कंस्ट्रक्शन, जैसे फर्म जो कभी काम नही करते लेकिन 10 फीसदी कमीशन में धड़ल्ले से बिल बाँटकर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
