डिंडौरी | दीपावली पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के ’’वोकल फॉर लोकल’’ के आव्हान पर आधारित मिट्टी और गोबर के दिये व अन्य स्थानीय उत्पादों जिले की बाजारों में अच्छी बिक्री देखी जा रही है। मेंहदवानी विकासखण्ड में आशा स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती पूनम प्रजापति बताती हैं कि ’’वोकल फॉर लोकल’’ के आव्हान से व्यापार में वृद्धि में देखी गई है। पूनम प्रजापति वर्ष 2017 से आशा स्व-सहायता समूह में कार्य कर रही हैं।
उनका समूह मिट्टी एवं गोबर के स्थानीय उत्पाद बनाता है। श्रीमती प्रजापति ने बताया कि हमारे समूह में 12 महिलाएं कार्यरत हैं, जो मिट्टी के उत्पादों के अलावा अन्य कार्य भी करती हैं। दिवाली पर्व पर प्रतिदिन 1000 से अधिक मिट्टी के दिए बनाये जा रहे हैं। साथ ही उनके द्वारा बनाई गई लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्तियां ग्राहकों को आकर्षित कर रहीं हैं। मेंहदवानी क्षेत्र में उपलब्ध मिट्टी की प्रकृति के अनुसार समूह द्वारा उचित मात्रा में गोबर मिलाकर उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं। इस कार्य के लिए आजीविका मिशन से ऋण प्राप्त हुआ है। वर्तमान में समूह का लाभ एक लाख रूपए से अधिक है। समूह द्वारा बनाये गए मिट्टी के उत्पाद मेंहदवानी के साथ ही जिला मुख्यालय में भी बेचे जा रहे हैं। समूह द्वारा मिट्टी के मटके कलश, गुल्लक आदि भी बनाये जाते हैं, जिनकी स्थानीय बाजार में अच्छी मांग है।