समनापुर जनपद पंचायत के नजदीकी ग्राम पंचायत झांकी में 2015 में 7 करोड़ रूपये की लागत से सुंदरपुर डायवर्सन का निर्माण कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा कराया गया था, लेकिन निर्माण के 09 साल गुजरने के बावजूद आज तक कभी पानी नहीं रोका गया हैं। जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के साथ ही किसानों को सिंचाई सुविधा मुहैया कराने का दावा खोखला साबित हो रही हैं।
– क्या कागजों में नहर बना हड़प गए पैसा..?
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुंदरपुर डायवर्सन से झांकी, सुंदरपुर गाँव के 90 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे कागजों में ही 90 हेक्टेयर सिंचाई दर्ज कर निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के सफल आंकड़े सरकारी दास्तावेजों में देखा जा सकता हैं लेकिन शासन प्रशासन के दावों से इतर जमीनी हकीकत कुछ और ही हैं, ज़ब धरातल में एक मीटर भी नहर का नामोनिशान नहीं हैं तो आखिर कैसे निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने का सरकारी तौर पर दावा किया जा रहा हैं…कही ऐसा तो नहीं की विभागीय अधिकारियों ने कागजों में ही नहर बनाकर सरकारी धन का बंदरबाँट कर लिया हो… इस तरह के घपले बाजी और लूट की घटना डिंडोरी जिले में आम हो चली हैं, संभवतः भ्रष्ट अधिकारियों ने कागजों ही नहर बनाकर कागजों में ही सिंचाई कर सरकार की आँखों में मिर्ची उड़ेलने का काम कर रहें हैं, जिला प्रशासन को संजीदगी से नहर निर्माण कार्य से संबंधित फ़ाइल को खंगालना चाहिए जिससे अधिकारी और ठेकेदारों का गड़जोड़ का काला सच जगजाहिर हो सके।
– बगैर मरम्मत कराये फर्जी बिल लगा लाखों रूपये का बंदरबाँट
भले ही सुंदरपुर डायवर्सन भरे बरसात सूख गया हो, भले ही नहर का नामो निशान न हो किन्तु जल संसाधन विभाग के अधिकारी मरम्मत के नाम पर मोटी मलाई खाने से परहेज नहीं कर रहें हैं, वर्ष 2021-22 में रोजगार गारंटी योजना मरम्मत कार्य स्वीकृत कर बगैर कार्य कराये ही मिट्टी, मुरुम, पिंचिंग के नाम पर सप्लायरो को लाखों रूपये खैरात में बाँट रहें हैं, विगत दो वर्षों में जल संसाधन विभाग द्वारा मरम्मत के नाम पर फर्जी वाडा करते हुए लाखों रु का बंदरबाँट करने का मामला सामने आया हैं, सोशल ऑडिट के दौरान आयोजित ग्राम सभा में ग्रामीणों ने फर्जी कामों को लेकर आपत्ति जताते हुए विभागीय अधिकारियों को दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने का प्रस्ताव पारित किया हैं।
इनका कहना हैं,,,,
सुंदरपुर डायवर्सन पूरी तरह से अनुपयोगी हैं, किसानों को सिंचाई का कोई लाभ नहीं मिल रहा हैं, मरम्मत के नाम पर बगैर काम कराये राशि आहरित करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
श्रीमती नीतू बर्मन, उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत समनापुर