Dindori News, डिंडौरी न्यूज़। सरकारी योजनाओं पर आश्रित डिंडौरी जिले में एक बार फिर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर शासन को चपत लगाने का खेल शुरू हो गया हैं।
विगत वित्तीय वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक में जिले भर के ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत बोल्डर चेकडेम निर्माण कार्यों में उपयोग किये गए पत्थर परिवहन के नाम पर अलग अलग ग्राम पंचायतों में लगभग 50 करोड़ रुपये से अधिक राशि फर्जी तरीके से उड़ाया गया था, लगातार खबर छपने के बाद जिला प्रशासन ने बोल्डर चैकडेम निर्माण कार्यो में बोल्डर परिवहन के नाम पर राशि भुगतान करने में रोक लगाया गया था।
अनेको पंचायतों में वन क्षेत्रों तथा जंगल पहाड़ो में बड़े पैमाने पर बोल्डर चेकडेम के कार्य कराए गए थे, जहाँ प्राकृतिक रूप से बोल्डर पत्थर का भंडार था, लेकिन सीईओ, एसडीओ एवं उपयंत्रियों पर मिलकर सोची समझी रणनीति के तहत परिवहन के नाम पर मनरेगा मद की राशि में जमकर हाथ साफ करते हुए करोड़ो रूपये की सूखी कमाई कर जेब भरने के आरोप लगे थे।
एक बार फिर जिले भर के अनेको ग्राम पंचायतों में गैबियन निर्माण स्वीकृत कर बोल्डर परिवहन के नाम पर सरकारी खजाने में सेंध लगा रहे हैं , जहाँ बोल्डर चैकडेम बनाये गए थे उन्ही स्थलों में पहले से बोल्डर चैकडेम पर गैबियन स्वीकृत कर बोल्डर पत्थरों का कागजो में परिवहन दर्शा कर मोटी मलाई काटने में जुटे हुए हैं।
गैबियन के नाम पर 50-50 की कमीशनखोरी जमकर चल रही हैं, यहाँ फर्जीवाड़े में एसडीओ एवं उपयंत्री आंख बंद कर मूल्यांकन दर्ज कर बिल बना कर भुगतान करा रहे हैं।