– भगवान राम से की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना
– डिंडौरी में लॉ कॉलेज संचालित होने का किया झूठा दावा

डिंडौरी। भारत निर्वाचन आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि चुनावी सभा में धार्मिक आधार पर वोट नही माँग सकेंगें ,आचार संहिता लागू होने के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करना नेता मंत्रियों की नैतिक जिम्मेदारी है,संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों से उम्मीद किया जाता है कि कानून और मर्यादा में रहकर बात करेंगें,चुनाव प्रचार के अंतिम दिन डिंडौरी में लोकसभा प्रत्याशी फग्गनसिंह कुलस्ते के पक्ष में रोड़ शो और सभा को संबोधित करने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव डिंडौरी पहुँचे।
सीएम का रोड़ शो फ्लॉप,बना चर्चा का विषय
सीएम डॉक्टर मोहन यादव का रोड शो कंपनी चौक पुरानी डिंडौरी से शुरू होकर जबलपुर बस स्टैंड तक तय था, लेकिन सीएम मोहन यादव के पहुंचने तक कार्यकर्ता और जनता की संख्या कम होने से रथ की वजाय सीएम कार में सवार होकर कलेक्ट्रेट तिराहा तक पहुँचे। सीएम के रोड़ शो महज मजाक बनकर रह गया जिसको लेकर शहर में तरह तरह की चर्चा चल रही हैं।

सीएम ने चुनावी सभा में उड़ाई आचार संहिता की धज्जियां
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने पीएम मोदी की तुलना भगवान राम से करते हुए विपक्षियों को जमकर कोसा, उन्होंने कहा कि राममंदिर के मामले पर कांग्रेस ने 70 वर्षों तक रोड़े अटकाये, कांग्रेस ने भगवान राम का अपमान किया है, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राममंदिर का निर्माण किया जा रहा है, बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान को घर में घुसकर मुहतोड़ जवाब दिया गया। सेना के शौर्य और पराक्रम एवं धार्मिक मामले पर वोट नही मांगे जाएंगे, लेकिन जब सूबे के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के द्वारा धड़ल्ले से निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाई जाएगी तो आखिर पालन करने की उम्मीदें किससे की जायेगी…?
