पूरे मानव समाज के लिए यह बेहद ही गर्व का क्षण है कि कोया बुमकाल क्रांति सेना के केबीकेएस हेल्थ एंड ब्लड डोनर विंग ने 10,000 यूनिट रक्तदान का ऐतिहासिक मील का पत्थर पार कर लिया है। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है जो हमारी टीम, स्वयंसेवकों, और रक्तदाताओं की समर्पित मेहनत और मानवीय सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतिफल है।
रक्तदान का यह अभियान केबीकेएस हेल्थ एंड ब्लड डोनेशन विंग का गठन वर्ष 2005 से इसका संचालन शुरू हुआ था जो मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र राज्यों के अलग अलग ज़िलों में विंग के रक्तवीर हैं जो लगातार अपना रक्तदान कर रहे हैं और लगभग 18-19 वर्ष और तब से लेकर अब तक इसने हजारों ज़िंदगियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 10,000 यूनिट रक्त एक ऐसा आंकड़ा है जो न केवल संख्या में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी और दायित्व का प्रतीक भी है।ब्लड देने वालों में बी+ 185(36.3%) ओ+ 154(30.2%) ए+121(23.7%) एबी+43(8.4%) ए-4(0.8%) ओ-3(0.6%) इस तरह मध्यप्रदेश के मण्डला ज़िला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया ज़िला मण्डला में 10000 यूनिट ब्लड डोनेशन के उपलक्ष्य में फल वितरण कार्यक्रम किया गया !

इस ख़ास अवसर पर आज KBKS भुआ बिछिया ज़िला मण्डला मध्यप्रदेश कोया ब्लड डोनेशन विंग के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भुआ बिछिया ज़िला मण्डला मध्यप्रदेश में पीड़ित मानवता की सेवा और रक्तदान जैसे महाअभियान के जागरूकता के लिए मरीज़ों को फल वितरित किया गया अवसर पर, अनिल कुमार परते, कमल किशोर आर्मो, शंकर लाल धुर्वे, प्रदीप कुमार सिंह, अनूप धुर्वे, हीरा उद्दे, सुदर्शन धुर्वे, उज्जर मरकाम, देवेंद्र मरकाम, कमलेश मरावी, रंजीत धुर्वे, भोजराज मरावी, दीपक कूड़ापे, सुखचैन धुर्वे, कार्तिक मरावी, रितेश धुर्वे, हेमराज़ मारवी, कमल किशोर आर्मो ने कहा, “हमारा मिशन सदैव से ही समाज की सेवा करना और ज़रूरतमंदों की मदद करना रहा है। यह उपलब्धि हमारे रक्तदाताओं, टीम के सदस्यों और स्वयंसेवकों की बिना शर्त सेवा भावना के बिना संभव नहीं हो पाती। हम भविष्य में और भी अधिक लोगों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रक्तदान के इस अभियान में न केवल स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, बल्कि के कई कर्मचारियों, डॉक्टरों, और मेडिकल स्टाफ ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रत्येक दान से उन लोगों की मदद की जा सकी, जिन्हें सर्जरी, दुर्घटनाओं, एनीमिया, और अन्य गंभीर बीमारियों में तत्काल रक्त की आवश्यकता थी।
हम इस अवसर पर सभी रक्तदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं और समाज के हर व्यक्ति से अनुरोध करते हैं कि वे इस पुण्य कार्य में जुड़ें और रक्तदान कर अधिक से अधिक जिंदगियों को बचाने में योगदान दें।क्योंकि रक्त केवल मानव शरीर में ही मिल सकता है !मानव शरीर ही रक्त का एकमात्र स्रोत है अन्य किसी वैकल्पिक विधि द्वारा रक्त का निर्माण नहीं किया जा सकता ज़रूरत मंद व्यक्तियों के लिए यह जीवनदान सिद्ध हो सकता है ! अंत में, हम सभी से अपील करते हैं, रक्तदान करें, जीवन बचाएं। रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं हो सकता।